Wednesday, November 12, 2008

चार दिनोंका प्यार. .

आजचा दिवस फक्त हे आणि हेच गाणं ऐकलंय. . . . . . . :)

चार दिनोंकाऽ प्यार ओ रब्बाऽऽ, लंबी जुदाई लंबी जुदाई
चार दिनोंकाऽ प्यार ओ रब्बाऽऽ, लंबी जुदाईऽऽ लंबी जुदाई. . .

तेरे बिन दिल मेरा लागे कहींऽ ना, तेरे बिन जांऽ मेरी जाए कहीं ना
कितने जमानेऽऽ बाद ओ रब्बाऽ, याद तू आया, याद तू आऽऽया. . .

खोया रहा हूं सासोंमें अपने, आहट भी तेरीऽऽऽ भूल गया हूं
इतना जिया हूं, तनहा रहा हूंऽऽऽ, इश्क तेराऽऽऽ भूल गया हूं. . .

खोया रहा हूं सासोंमें अपने, आहट भी तेरीऽऽऽ भूल गयाऽ हूं
इतना जिया हूं, तनहा रहा हूंऽऽऽ, इश्क तेराऽऽऽ भूल गयाऽ हूं. . .

उलझा रहा में इस जिंदगी में, दिलकी दुहाई दिलकी दुहाऽऽई

तेरे बिन दिल मेरा लागे कहीं ना, तेरे बिन जां मेरी जाए कहीं ना
कितने जमाने बाद ओ रब्बाऽऽ, याद तू आया, याद तू आऽऽया. . .

हर बेबसीऽ ने, इस जिंदगीऽ ने, तुझको ही चाहा, तुझको ही मांऽगा
जिन रास्तोंसे गुजरा ये दिल थाऽऽ, मंजिल मिली नाऽऽ प्यार ना पाऽऽया. . .

हर बेबसीऽ ने, इस जिंदगीऽ ने, तुझको ही चाहा, तुझको ही मांऽगा
जिन रास्तोंऽसे गुजरा ये दिल था, मंजिल मिली नाऽऽ प्यार ना पाऽऽया. . .

खुद को छुपाके राहोंसे गुजरेऽऽ, दिल को संभाले दिल को संभाऽऽले

तेरे बिन दिल मेरा लागे कहीं ना, तेरे बिन जांऽऽ मेरी जाए कहीं ना
कितने जमानेऽ बाद ओ रब्बा, याद तू आया, याद तूऽ आऽऽया. . . . .

1 comment:

Bhagyashree said...

juna ka?
parwa saregamapa madhe vaishali ni apratim gaylay.. mi hi tech aiktiy!